Thursday, March 17, 2011

खोज जारी है आस अधूरी है..................

एक बार एक छात्र ने अध्यापक से पूछा की प्यार क्या है " अध्यापक बोला की जवाब देने से पहले मैं चाहूँगा की तुम मक्के के खेत में जाओ और जो सबसे बड़ा मक्का हो उसको उखाड़ के लेके आओ मेरे पास! लेकिन हां तुम वाहा एक ही बार जा सकते हो और एक ही बार मक्का तोड़ सकते हो!
इस तरह वो छात्र खेत में पहुच गया और उसने देखा की एक मक्के का फल बहुत बड़ा है लेकिन उसने सोचा की ऐसे और भी तो मक्के के फल होंगे और वो और बड़े की तलाश की में आगे की ओर बढ़ता चला गया बहुत आगे जाने के बाद उसको एहसास हुआ की बड़े की तलाश में वो अच्छे और बड़े फल तो पीछे छोड़ आया है, बाद में वो अफ़सोस करते हुए खाली हाथ वापिस आ गया ! अध्यापक ने बोला की यही प्यार है, आप हमेशा बेहतर की तलाश में रहते है और बाद में आपको एहसास होता है की वो तो आपको पहले ही मिला था लेकिन आपने उसे ऐसे ही जाने दिया !

छात्र ने पूछा की फिर शादी क्या है? अध्यापक ने फिर उसे खेत में भेज दिया शर्त इस बार भी वही थी! लेकिन छात्र ने इस बार कोई गलती नहीं की और तीसरी चौथी कतार तक पहुचते पहुचते एक मक्के का फल तोड़ लिया और खुसी खुसी अध्यापक के पास लौट आया! अध्यापक ने कहा तुमने इस बार इतने बड़े खेत में से केवल एक मक्के का फल तोडा और वापिस चले आये , क्योकि तुम्हे इसी मक्के के फल की तलाश थी ! जो बस अच्छा हो जिस पर तुम्हे भरोसा हो की जो तुमने पाया है वही सबसे अच्छा है ......और यही शादी है!!!
जीवन का सुख भटकने में नहीं बल्कि जो पाया है उसमे खुश रहने में है !!!!

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